बिहार भुलेख दाखिल ख़ारिज खसरा खतौनी, जमाबंदी, नक़ल कर भुगतान, ऑनलाइन 2023, स्टेटस कैसे चेक करे (Bihar Online Land Mutation, (Dakhil Kharij) In Bihar) app Toll free helpline complaint number, Check, Fees –
हम अधिकतर देखते आए है कि सरकारी दफ्तरो में ऐसे लोगों की भीड़ लगी रहती है जो अपना कोई सरकारी दस्तावेज़ प्राप्त करना चाहते है या उसमे कोई सुधार करना चाहते है या किसी प्रकार का सरकारी भुगतान करना चाहते है. भूमि राजस्व और पंजीकरण विभाग एक ऐसा विभाग है जो भूमि का पंजीकरण, राजस्व भुगतान और भूमि परिवर्तन आदि सुविधाए प्रदान करता है. परंतु अब बिहार में मौजूदा सरकार ने लोगों की समस्या का ध्यान रखते हुये, एक ऑनलाइन पोर्टल तैयार किया है जहाँ लोग आसानी से घर बैठे इन सेवाओं का लाभ ले सकते है. बिहार सरकार के इस कदम से वहाँ मौजूद लोग अब सरकारी दफ्तरो में बिना अपना टाइम बर्बाद किए आवश्यक दस्तावेज़ प्राप्त कर पाएंगे.
Table of Contents
बिहार दाखिल खारिज की जानकारी बिहार 2023
नाम (Name) | ऑनलाइन दाखिल ख़ारिज एवं कर भुगतान साइट |
कहाँ लॉंच की गई (Launched In) | बिहार |
किसके द्वारा लॉंच की गई (Launched By) | नितीश कुमार, बिहार के मुख्य मंत्री |
दाखिल ख़ारिज ऑनलाइन पोर्टल (Official Website) | http://lrc.bih.nic.in/ |
किसके द्वारा सुपरवाइज़ किया जाएगा (Supervised By) | बिहार राजस्व एवं भूमि सुधार विभाग |
दाखिल ख़ारिज टोल फ्री नंबर (Toll Free Number), bihar bhumi jankari contact number | 18003456215 |
बिहार दाखिल ख़ारिज ऑनलाइन पोर्टल
बिहार की सरकार अब डिजिटल इंडिया की और अपने कदम बड़ा रही है, यहाँ अधिकतर सरकारी विभाग अब काम के आधुनिक तरीको को अपना रहें है. सरकार द्वारा उठाए गए, इस नए कदम का फायदा राज्य की जनता और सरकारी विभाग दोनों को ही होगा, साथ ही साथ राज्य में मौजूद जमीन का डिजिटल रिकॉर्ड होने से इसमें किसी प्रकार की गलती होने का अंदेशा बिलकुल नहीं रहेगा. इस सुविधा के होने से राज्य की सामान्य जनता अपनी जमीन का रिकॉर्ड आसानी से प्राप्त कर पाएगी. यह नई साइट लोगों को तीन सुविधाए प्रदान करेगी, जिसमे “दाखिल खारिज” या ऑनलाइन भूमि उत्परिवर्तन, “अपना खाता” सर्वे रिकॉर्ड और भूमि के पंजीयन संबंधित जानकारी उपलब्ध होगी.
ऑनलाइन म्युटेशन बिहार प्रक्रिया (Online Land Mutation Bihar) –
- भूमि म्यूटेशन या दाखिल खारिज एक बहुत ही टाइम लेने वाली प्रक्रिया थी, परंतु अपने इस नए ऑनलाइन पोर्टल से बिहार सरकार ने इसे बेहद ही आसान बना दिया है. अब राज्य में मौजूद कोई भी व्यक्ति इस प्रक्रिया को घर बैठे ऑनलाइन http://lrc.bih.nic.in/ इस वेबसाइट पर जाकर बिना किसी की मदत के आसानी से कर सकता है.
- आप जैसे ही इस ऊपर दी गई लिंक पर क्लिक करते है तो यहाँ आपको दायें साइड में मौजूद ऑनलाइन दाखिल खारिज के ऑपशन पर क्लिक करना होगा.
- इसे क्लिक करते ही आप अगले पेज पर पंहुच जाएंगे, अब आप यहाँ से अपनी जरूरी जानकारी एकत्रित कर सकते है. अगर कोई व्यक्ति सीधे इस पेज पर पंहुचना चाहता है तो वह डायरेक्ट http://100.130.104/BiharBhumi/ यहाँ क्लिक करके भी पंहुच सकता है.
- इस पेज पर आपको सारी जानकारी उपलब्ध हो जाएगी, साथ ही यहाँ सभी जानकारी के लिए अलग अलग लिंक भी दिये गए है, जो आपके लिए आगे की प्रक्रिया को आसान बनाता है.
दाखिल खारिज ऑनलाइन बिहार स्टेटस (dakhil kharij check kare)–
- राज्य में सभी प्रॉपर्टी संबंधित जानकारी एकत्रित करने के लिए सर्वे या अपना खाता एक अन्य स्टेप है जिसे राज्य सरकार द्वारा शुरू किया गया है. सभी जमीनो के मालिक इसके अंतर्गत अपनी जमीन के रिकॉर्ड चेक कर सकते है.
- ऐसे किसी रिकॉर्ड को चेक करने के लिए लाभार्थी को सर्वप्रथम http://lrc.bih.nic.in/RoR.aspx इस लिंक पर क्लिक करना होगा. इसके बाद आप जिस पृष्ठ पर पंहुचेंगे, वहाँ आपको बिहार का मानचित्र दिखेगा, उसमे से आपको अपने जिले का चयन करना होगा.
- जिले के चयन के बाद आपको इसमे से अपने अंचल का चयन करना होगा. अब आप जिस पृष्ठ पर पंहुचेंगे, वहाँ बाए साइड में आपको उस अंचल के अंदर आने वाले मौजों की लिस्ट दिखाई देगी. इसमे से आपको अपने मौजे का चयन करना होगा.
- इसके बाद आपको मौज़ा के समस्त खातो को देखे, खाता संख्या से देखे और खाताधारी के नाम से देखे आदि विकल्प में से एक विकल्प का चयन करना होगा. इसके बाद आपको खाता खोजे पर क्लिक करना होगा.
- अब आप जिस खाते की जानकारी चाहते है उसके सामने अधिकार अभिलेख देखे पर क्लिक करें. अब आप प्राप्त जानकारी का प्रिंट आउट ले सकते है.
Bihar dakhil kharij complaint number [toll free number]
ऑनलाइन साइट से सभी जानकारी प्राप्त करने के अलावा लाभार्थी अगर चाहे तो टोल फ्री नंबर के जरिये कस्टमर केयर से भी किसी भी समय बात कर सकता है. इसके लिए उसे हेल्पलाइन नंबर 18003456215 पर कॉल करना होगा. यह एक टोल फ्री नंबर है और इसपर फोन करने के लिए आपको कोई पैसा नहीं लगेगा.
बिहार दाखिल ख़ारिज में बदलाव
बिहार सरकार द्वारा ऑनलाइन दाखिल ख़ारिज सेवा की शुरुआत करने के बाद उसमें कई सारे बदलाव किये हैं. क्योकि इसमें कई सारी कमियां देखी जा रही थी. राज्य के सूचना विज्ञानं पदाधिकारी राजेश कुमार सिंह का कहना है कि यह बिहार के लोगों की जरूरतों के अनुसार संशोधित किया गया है. और इसे संबंधित विभाग के लिए कस्टमाइज्ड भी कर दिया गया है. इसमें लोगों को जो भी परेशानी हो रही थी उसे दूर कर दिया गया है और इसे मोबाइल पर एक्सेस करने के लायक बना दिया गया है. यानि अब इसे मोबाइल के माध्यम से आवेदन करने में भी आसानी होगी.
बिहार दाखिल ख़ारिज में बदलाव क्यों किया गया
बिहार दाखिल ख़ारिज में बदलाव इसलिए किया गया है क्योकि लोगों को इसमें काई सारी परेशानी हो रही थी, जैसे लोगों को वेबसाइट की स्पीड एवं म्युटेशन के पेपर्स की अपलोडिंग में देरी, आवेदन को ट्रैक करने में परेशानी आदि हो रही थी. साथ ही लोग इसकी स्क्रीन को और वाइब्रैंट बनाने की मांग भी कर रहे थे.
बिहार प्रॉपर्टी रजिस्ट्रेशन डीटेल कैसे चेक करे –
- बिहार सरकार ने एक और ऑनलाइन प्लेटफॉर्म तैयार किया है जहाँ से रहवासी एरिया में रहने वाले लोग अपनी जमीन का रिकॉर्ड चेक कर सकते है.
- अगर इस साइट से कोई व्यक्ति अपनी जमीन का रिकॉर्ड चेक करना चाहता है तो उसे सर्वप्रथम इस लिंक पर क्लिक करना होगा.
- जैसे ही आवेदक इस लिंक पर क्लिक करता है तो उसके सामने कई रिक्त फील्ड उपलब्ध होती है, आवेदक को उन फील्ड में सही डाटा भरना होगा.
- इस साइट के मैनेजमेंट के लिए शनिवार को मीटिंग होती है जिसमे पुलिस इन-चार्ज, डिस्ट्रिक्ट मैजिस्ट्रेट और एसपी मौजूद होते है. इस मीटिंग मे वे एकदूसरे से वार्तालाप करते है और इस बात पर ध्यान देते है कि सारा डाटा सही-सही मैंटेन हो.
मैंटेनेंस के लिए किसे एपाइंट किया जाएगा (Who Will Be Appointed For the Maintenance Task) –
बिहार दाखिल साइट पर कोई भी सामान्य व्यक्ति लॉग-इन होकर जरूरी डाटा एंटर कर सकता है. फिर भी सभी रिकॉर्ड को व्यवस्थित करने के लिए लोगों की जरूरत होगी. इसके लिए बिहार सरकार का राजस्व एवं भूमि सुधार विभाग कई नई न्यूक्ति करेगा, जो इस प्रकार है-
पद | संख्या |
स्पेशल सर्वे असिस्टेंट कम लैंड कंसोंलिड़ेशन ऑफिसर | 1203 |
डाटा एंट्री ऑपरेटर | 12 |
स्पेशल सर्वे “अमीन्स” | 22966 |
आईटी पर्सनल | 1203 |
सर्वेअर कम सर्कल इंस्पेक्टर | 2297 |
असिस्टेंट | 1203 |
टायपिस्ट | 2406 |
बिहार दाखिल खारिज एप्स [Bihar Dakhil Kharij App]
बिहार राज्य मे Online म्यूटेशन भरने की वर्तमान निर्धारित समय सीमा 35 दिवस ही है ओर इन 35 दिन मे अगर आवेदन मे किसी भी प्रकार की आपत्ति आ जाती है तो उस स्थिति मे मे 75 दिनों मे म्यूटेशन को निष्पादित करना होता है। दाखिल व खारिज (म्यूटेशन) के लिए ऑनलाइन प्रक्रिया का प्रयोग नही किया जा रहा है। इस चीज को देखते हुए बिहार राज्य के राजस्व विभाग द्वारा एक Online app की सुविधा शुरू ही गई है जिसके तहत एक ऑनलाइन पोर्टल आरम्भ किया गया है। इस एप्पलीकेशन का नाम Point of Delay Notification रखा गया है। इस ओनलाईन पोर्टल पर दाखिल- खारिज मामलों में एक तय समय सीमा बीत जाने के बाद आवेदको की जानकारी हासिल करने की व्यवस्था की गई है।
समय सीमा पार होने पर सीनियर अफसर को सूचना
दाखिल-खारिज की मौजूदा ऑनलाइन प्रक्रिया में इसमें शामिल प्रत्येक कर्मी की ज़िम्मेदारी पहले से ही तय है और उनके द्वारा किए जाने वाले कार्य की समय सीमा भी पहले से ही तय है। जैसे ही नियत समय सीमा से आवेदन आगे बढ़ता है वैसे ही उसकी सूचना उच्च पदाधिकारी को एस.एम.एस से प्राप्त हो जाती है। यानी अगर संबंधित कर्मचारी निर्धारित समय सीमा से अधिक समय तक कोई आवेदन अपने पास रोक कर रखता है, तो उसकी जानकारी उसके उच्चाधिकारी को प्राप्त हो जाएगी। इसी तरह उच्च अधिकारी अगर निर्धारित समय सीमा के भीतर दाखिल-खारिज के आवेदनों का निपटारा नहीं करते हैं, उसके बाद उसकी जानकारी उससे संबंधित जिलाधिकारी को इसकी सूचना मिल जाती है।
एप्लीकेशन बताएगा किस अंचल में कितने आवेदन लंबित
बिहार मे राजस्व व भूमि सुधार विभाग के एक अधिकारी जो की मुख्य सचिव विवेक कुमार सिंह है, उनके अनुसारOnline म्यूटेशन की इस प्रक्रिया मे पारदर्शिता लाने के लिए इससे जुडी कमियों को दूर करने के लिए इस एप्पलीकेशन को बनाया गया है। अगर इन मामलों मे किसी भी प्रकार की सुनवाई या कार्यवाही नही होती है तो उस स्थिति मे आप न्यायालय का भी दरवाज़ा खटखटा सकते है। मुख्य सचिव महोदय के अनुसार इस बात का पता लगया जाएगा की किस स्तर पर कितने मामले लम्बिंत पडे है जिससे की उन मामलों का निपटारा किया जा सके। इस एप्प्लीकेशन मे इससे जुडी कमियों का दूर किया जाएगा ताकि लाभार्थीयों को इसका पूर्ण लाभ मिल सके।
सबसे अधिक मामला सीतामढ़ी के परिहार अंचल में लटका
सीतामढ़ जिले के पहिार मे मे सबसे अधिक मामले अटके पडे है जो की लगभग 6601 के बराबर है, आवेदन निर्धारित समय सीमा बीत जाने के बावजूद यह मामले लंबित हैं। इसके साथ ही बिहार में दूसरा स्थान सीतामढ़ी जिले के ही डुमरा खंड हे जहा सबसे अधिक मामले लंबित है, जहां इस तरह के लंबित मामलों की संख्या तकरीबन 2179 है। परिहार के उच्चाअधिकारी का नाम प्रभात है जबकि डुमरा के अंचलाधिकारी का नाम चंद्रजीत प्रकाश है। कर्मचारियों की बात करें तो पूरे राज्य में मधेपुरा जिले के सदर खंड के कर्मचारी ललन कुमार ठाकुर (हल्का-तुलसीबाड़ी राजपुर मलिया) के पास लंबित आवेदनों की संख्या तकरीबन 1609 है, जबकि बिहार राज्य मे सहरसा जिले के सौर बाजार खण्ड के चंदौर पूर्वी / पश्चिमी हल्का के कर्मचारी विपिन कुमार पूरे राज्य में इन मामलो मे दूसरे स्थान पर हैं। वही बिहार के मधुबनी के खजौली खंड एवं रोहतास के संझौली खंड में समय सीमा बीतने के बाद लंबित पड़े आवेदनों की संख्या क्रमश 2 और 8 है।
DM करेंगे कार्रवाई
उपरोक्त जिला व खंडो की सूची के अनुसार जो भी मामले लंबित पडे है उन पर संबंधित जिलो के जिला कलेक्टर को मैसेज की जरिये संदेश भेज दिया है जिसके बाद यह जिला कलेक्टर इससे संबंधित कार्यवाही करेंगे। जो मामले लम्बिंत पडे है उनसे संबंधित मामलो मे कार्यवाही कर लंबित मामलो को निपटाने की कार्यवाही करेंगे साथ संबंधित अधिकारियों पर भी कार्यवाही होगी। इससे संबंधित जानकारी के बारे मे बात करे तो इसमे उन सभी अधिकारियों / कर्मचारियों पर कार्यवाही होगी जो इससे जुडे व इससे संबंधित लापरवाही कर रहे है।
सेवा समाप्त कर एफ़आईआर करने का आदेश
बिहार राज्य मे इन मामलों से संबंधित जानकारीयो के अनुसार जो भी कार्मिक व कर्मचारी इसमे लापरवाह है उनके संबंधित कार्यवाही मे उनके खिलाफ एफ़आईआर करने का भी प्रावधान है। इस के बारे मे जानकारी उच्चाधिकारियों द्वारा दी गई है। इस मामले से जुडे विशेष सर्वेक्षण संविदा अमीन गौतम कुमार वैद्य से संबंधित भू-अभिलेख एवं परिमाप निदेशालय द्वारा गलत तरीके से बहाल हुए की सेवा समाप्त कर दी गई है।
बिहार दाखिल खारिज कितने दिन में होता है
कम से कम 35 दिनों में
बिहार दाखिल खारिज कराने में कितना पैसा (फीस) लगता है
बहुत कम पैसा लगता हैं, अगर कोर्ट द्वारा किया जाता हैं तो 5 रुपये स्टाम्प पेपर पर कार्य पूरा होता हैं
FAQ
Q : बिहार दाखिल ख़ारिज में कितना समय लगता है ?
Ans : कम से कम 35 दिनों में
Q : बिहार दाखिल ख़ारिज करने में कितना पैसे की जरुरत होती है ?
Ans : केवल 5 रूपये स्टाम्प पेपर के
Q : ऑनलाइन दाखिल ख़ारिज कैसे करें Bihar ?
Ans : दाखिल ख़ारिज फॉर्म डाउनलोड करना होगा इसके लिए अधिकारिक वेबसाइट में जाएँ
Q : बिहार जमीन का पुराना रिकॉर्ड कैसे देखें ?
Ans : बिहार राजस्व विभाग की अधिकारिक वेबसाइट में जाइये इसके बाद भूमि जानकारी सर्विस में जाकर अपनी जमीन को रजिस्टर कर सकते हैं. फिर वहां से रिकॉर्ड आपको मिल जायेगा.
Q : बिहार जमीन का खसरा कैसे निकालें ?
Ans : जमाबंदी पंजी देखे का विकल्प चुनना होगा
Other links –
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