मध्यप्रदेश देवारण्य योजना 2022, आवेदन, लाभार्थी, पात्रता, दस्तावेज, रजिस्ट्रेशन फॉर्म, रोजगार, अधिकारिक वेबसाइट, टोल फ्री हेल्पडेस्क [MP Devaranya Scheme in Hindi] (Application Form, Eligibility, Documents, Registration, Official Website, Toll free Helpdesk)
कोविड-19 की वजह से बेरोजगारी की दर दिन प्रतिदिन देश व राज्य में बढ़ती जा रही है। मध्य प्रदेश सरकार ने इस समस्या को देखते हुए रोजगार के साधन बढ़ाने के लिए देवारण्य योजना का शुभारंभ किया है। इस योजना के अंतर्गत आयुर्वेद के माध्यम से स्वास्थ्य लाभ भी नागरिकों तक पहुंचाया जाएगा, साथ ही जनजातीय क्षेत्र में रहने वाले लोगों को रोजगार भी उपलब्ध कराया जाएगा। आइए जानते हैं इस योजना के बारे में विस्तार से:-
Table of Contents
मध्यप्रदेश देवारण्य योजना 2022
योजना का नाम | देवारण्य योजना |
लॉन्च की | मध्यप्रदेश मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान |
उद्देश्य | मध्य प्रदेश राज्य में मौजूद औषधियों का सही उपयोग एवं रोजगार को बढ़ावा |
लाभार्थी | राज्य के आदिवासी और जनजाति के लोग |
आधिकारिक वेबसाइट | – |
पंजीकरण की तिथि | – |
पंजीकरण की अंतिम तिथि | – |
टोल फ्री नंबर | – |
मध्यप्रदेश देवारण्य योजना उद्देश्य
मध्यप्रदेश देवारण्ययोजना का मुख्य उद्देश्य जंगलों में मौजूद औषधि को जनजाति तथा आदिवासी समाज की मदद से लोगों तक पहुंचाना है। सरकार का कहना है कि जंगलों में ऐसी बहुत सारी औषधि हैं जिनका इस्तेमाल आयुर्वेद की दवाई बनाने के लिए किया जा सकता है परंतु लोगों का उसका सही फायदा नहीं मिल पा रहा है। ऐसे में रोजगार के साधन जुटाकर आयुर्वेद औषधि की महत्वता को ध्यान में रखते हुए जनजाति एवं आदिवासी लोगों को साधन उपलब्ध कराकर उन्हें औषधि बनाने से संबंधित रोजगार दिए जाएंगे। इस योजना का मुख्य उद्देश्य औषधियों का सही इस्तेमाल और साथ ही जनजाति और पिछड़े वर्ग के आदिवासी लोगों को रोजगार प्रदान करना है।
मध्यप्रदेश देवारण्य योजना लाभ
इस योजना का लाभ मध्यप्रदेश में रहने वाले लोगों को साथ ही जंगलों की वजह से बाकी नागरिकों को भी पहुंचेगा। आईए के मुख्य लाभ जान लेते हैं:-
- मुख्यमंत्री शिवराज सिंह द्वारा प्रारंभ इस योजना की मदद से जंगलों में मौजूद औषधियों के खजाने का सही इस्तेमाल हो सकेगा।
- योजना में प्राप्त साधनों की वजह से आदिवासी व जनजाति लोगों को रोजगार की प्राप्ति हो सकेगी।
- मध्यप्रदेश की राजधानी इंदौर शहर में आयुष सुपर स्पेशियलिटी अस्पताल तैयार करके उसमें आयुर्वेदिक और यूनानी औषधि के विकास को बढ़ावा दिया जाएगा।
- लोगों को अंग्रेजी दवाइयों की जगह आयुर्वेदिक औषधियों से इलाज उपलब्ध कराया जाएगा।
- औषधीय एवं सुगंधित पौधों की खेती को बढ़ावा मिलेगा।
- औषधीय पौधों का सही इस्तेमाल करके औषधीय संबंधित उद्योग तथा दवा निर्माण और भंडारण आदि कार्य किए जाएंगे।
- स्व सहायता समूह को सशक्त किया जाएगा ताकि वह नर्सरी स्थापित करने का काम कर सकें।
मध्यप्रदेश देवारण्य योजना पात्रता
योजना का लाभ प्राप्त करने के लिए निम्नलिखित पात्रता होनी अनिवार्य है:-
- योजना का लाभ प्राप्त करने वाला आवेदक मध्य प्रदेश का मूल निवासी हो।
- आदिवासी तथा जनजाति समुदाय से संबंध रखता हो।
- औषधि तथा सुगंधित पौधों के बारे में थोड़ी बहुत जानकारी हो।
- खेती संबंधित कार्य आते हो।
- स्वयं सहायता समूह के सदस्य हो
मध्यप्रदेश देवारण्य योजना दस्तावेज
योजना में लाभ प्राप्त करने के लिए निम्नलिखित दस्तावेजों की आवश्यकता होगी।
- आधार कार्ड
- पहचान पत्र
- पासपोर्ट साइज फोटो
- जाति प्रमाण पत्र
- मनरेगा कार्ड
- फोन नंबर
- निवास प्रमाण पत्र
मध्यप्रदेश देवारण्य योजना आधिकारिक वेबसाइट
मध्यप्रदेश में मौजूद जड़ी बूटियों और औषधियों का सही इस्तेमाल करने के लिए फिलहाल इस योजना की घोषणा की गई है। अभी इस योजना से संबंधित कोई अधिकारिक वेबसाइट की जानकारी सामने नहीं आई है जैसे ही कोई जानकारी प्राप्त होती है हम आप तक जरूर पहुंचाएंगे।
मध्यप्रदेश देवारण्य योजना आवेदन
जहां तक जानकारी प्राप्त हुई है इस योजना का लाभ वनवासियों तथा जनजाति लोगों को सीधे ही सरकार की तरफ से दिया जाएगा इसके अलावा किसी भी प्रकार की अन्य आवेदन की प्रक्रिया सरकार की तरफ से जारी नहीं की गई है। यदि कोई आवेदन की प्रक्रिया से संबंधित जानकारी प्राप्त होती है तो हम आपको जरूर बताएंगे।
मध्यप्रदेश देवारण्य योजना टोल फ्री नंबर
फिलहाल इस योजना के लिए कोई अलग से टोल फ्री नंबर जारी तो नहीं किया गया है परंतु अगर आपको कोई भी जानकारी प्राप्त करनी हो तो आप आयुष विभाग, वन विभाग, ग्रामीण विकास विभाग तथा कृषि विभाग से संबंधित टोल फ्री नंबर पर कॉल करके जानकारी प्राप्त कर सकते हैं इसके अलावा कोई भी अन्य टोल फ्री नंबर आदि प्राप्त होते ही हम आपको जरूर सूचित करेंगे।
FAQ
Q : देवारण्य योजना की सहायता से किन विभागों को अधिक लाभ प्राप्त होगा ?
Ans : सूक्ष्म एवं मध्यम उद्यम विभाग, कृषि विभाग, पर्यटन विभाग, ग्रामीण विकास विभाग, आयुष विभाग और वन विभाग।
Q : देवारण्य योजना में क्रियान्वयन के लिए महत्वपूर्ण भूमिका किसकी होगी ?
Ans : स्वयं सहायता समूह की
Q : देवारण्य योजना का शुभारंभ फिलहाल किन क्षेत्रों में हुआ है ?
Ans : मध्य प्रदेश के 5 जिलों में- सतना, झाबुआ, बैतूल, होशंगाबाद और डिंडोरी
Q : देवारण्य योजना का मुख्य उद्देश्य क्या है ?
Ans : मध्य प्रदेश राज्य में मौजूद औषधियों का सही इस्तेमाल करके दवा निर्माण करना और आदिवासी लोगों को आय के साधन प्रदान करना.
Q : देवारण्य योजना का शुभारंभ किस राज्य में हुआ है ?
Ans : मध्य प्रदेश
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